चंडीगढ़, 15 दिसंबर 2025 | हरियाणा पुलिस महकमे में पिछले दो महीनों से चल रही उथल-पुथल पर आज विराम लग गया है। हरियाणा सरकार ने एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए पूर्व डीजीपी शत्रुजीत कपूर (Shatrujeet Kapur) को औपचारिक रूप से डीजीपी पद से कार्यमुक्त (relieve) कर दिया है।
इसके साथ ही सरकार ने आदेश जारी किया है कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ओपी सिंह (O.P. Singh) ही हरियाणा के कार्यवाहक डीजीपी (Officiating DGP) बने रहेंगे।
क्यों लिया गया यह फैसला?
यह कार्रवाई आईपीएस अधिकारी वाई. पूरण कुमार (Y. Puran Kumar) के सुसाइड मामले से जुड़े विवादों के चलते की गई है।
गौरतलब है कि आईपीएस वाई. पूरण कुमार 7 अक्टूबर को मृत पाए गए थे और उनके पास से मिले सुसाइड नोट में कथित तौर पर शत्रुजीत कपूर समेत कुछ वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए गए थे।
विवाद बढ़ने पर शत्रुजीत कपूर 14 अक्टूबर को छुट्टी पर चले गए थे, जिसके बाद 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी ओपी सिंह को डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था।
अब सरकार ने कपूर को डीजीपी पद से हटाकर हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन (HPHC) का चेयरमैन नियुक्त कर दिया है।
एक्शन मोड में हैं ओपी सिंह
ओपी सिंह ने जब से कमान संभाली है, वे लगातार एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। पिछले दो महीनों में उन्होंने 'ऑपरेशन ट्रैकडाउन' और 'ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन' जैसे अभियान चलाकर अपराधियों की कमर तोड़ दी है।
अपराध पर लगाम: उनके नेतृत्व में हजारों वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।
नशा मुक्ति: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (HSNCB) के प्रमुख के रूप में भी उनका काम सराहनीय रहा है।
31 दिसंबर को हो रहे हैं रिटायर, फिर आगे क्या?
एक पेंच यह भी है कि मौजूदा डीजीपी ओपी सिंह इसी महीने 31 दिसंबर 2025 को रिटायर हो रहे हैं। चूंकि अब शत्रुजीत कपूर को हटाकर पद 'रिक्त' (Vacant) घोषित कर दिया गया है, इसलिए राज्य सरकार जल्द ही नए डीजीपी के चयन के लिए यूपीएससी (UPSC) को एक नया पैनल भेजेगी।
हालांकि, जब तक नया डीजीपी नहीं चुना जाता, तब तक हरियाणा पुलिस की कमान ओपी सिंह के ही हाथ में रहेगी। अटकलें यह भी हैं कि सरकार उन्हें कुछ समय के लिए सेवा विस्तार (Extension) दे सकती है।
कौन हैं ओपी सिंह?
बैच: 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी।
पहचान: वे अपनी सख्त पुलिसिंग के साथ-साथ एक लेखक और पॉडकास्टर के रूप में भी जाने जाते हैं। वे दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के जीजा भी हैं।
फोकस: कम्युनिटी पुलिसिंग और तकनीक के इस्तेमाल पर उनका विशेष जोर रहता है।




कोई टिप्पणी नहीं: